रामगिरी महाराज पुण्यतिथी-मिठबाव, जिल्हा-रत्नागिरी- 🙏🕊️🌿🙏🌟 🕯️🧘‍♂️✨📚 📿🎶

Started by Atul Kaviraje, November 23, 2025, 07:46:39 PM

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Atul Kaviraje

रामगिरी महाराज पुण्यतिथी-मिठबाव, जिल्हा-रत्नागिरी-

🙏 श्री रामगिरी महाराज पुण्यतिथि - भक्ति मराठी कविता 🙏

तारीख: 23 नवंबर 2025, रविवार जगह: मीठाबाव, ज़िला रत्नागिरी विषय: श्री रामगिरी महाराज पुण्यतिथि फ़ॉर्मेट: 7 दोहे, हर दोहे में 4 लाइनें, तुकबंदी, आसान और मतलब वाली कविता।

1. पहला दोहा

आज, 23 नवंबर, याद करने का दिन है,
रामगिरी महाराज की, उनकी पुण्यतिथि की खुशबू।
मीठाबाव एक गाँव बन गया, भक्ति में लीन,
कोंकण की मिट्टी में, उनका काम हमेशा रहेगा। 🕊�🌿🙏🌟

मतलब: आज, 23 नवंबर, महाराज की याद करने का दिन है, उनकी पुण्यतिथि की भक्ति खुशबू हर जगह फैल रही है। मीठाबाव गाँव पूरी तरह भक्ति में डूबा हुआ है। कोंकण की मिट्टी में उनका काम हमेशा रहेगा।

2. दूसरी कड़वी बात

सभी भक्त संजीवन समाधि के दर्शन करें,
महाराज की महानता गाते हुए, प्यारे भक्तों।
त्याग, तपस्या और सेवा, यही उनका मार्ग है,
ज्ञान के प्रकाश से, उन्होंने अंधकार (तिमिर) को दूर किया। 🕯�🧘�♂️✨📚

मतलब: सभी भक्त संजीवन समाधि के दर्शन करें और प्रेम से महाराज की महानता गाते हुए। त्याग, तपस्या और सेवा उनका मार्ग था। उन्होंने ज्ञान के प्रकाश से अज्ञानता के अंधकार (तिमिर) को दूर किया।

3. तीसरी कड़वी बात

राम नाम की भक्ति, लगातार गाते हुए,
उन्होंने भक्तों को, मोक्ष का मार्ग दिया।
सरल और सीधा जीवन, खूबसूरती से कैसे जिएं,
उनकी शिक्षाओं से, उच्च ज्ञान प्राप्त होता है। 📿🎶🤍💖

मतलब: उनके मुख से, लगातार राम नाम की भक्ति गाई जाती थी। उन्होंने भक्तों को मोक्ष का रास्ता बताया। उनकी शिक्षाओं से ऊंचा ज्ञान मिलता है कि कैसे एक सादा और सीधा जीवन खूबसूरती से जिया जाए।

4. चौथी खट्टी-मीठी

मीठाबाव का मंदिर, शांत और सुंदर,
भक्तों को पनाह देता है, दुख कम करता है।
उनकी बरसी के मौके पर, भजन और कीर्तन गाते हैं,
उन्हें याद करते हैं, उनका इंतज़ार करते हैं। 🕌🌳🎼🙌

मतलब: मीठाबाव का मंदिर शांत और सुंदर (सुखद) है। यह भक्तों को पनाह देता है और दुख कम करता है (आसान करता है)। उनकी बरसी के मौके पर, एक बड़ा भजन-कीर्तन होता है (कि)। उन्हें याद करते हैं और उनके दिखाए रास्ते पर चलते हैं (इंतज़ार करते हैं)।

5. पांचवीं खट्टी-मीठी

यह आध्यात्मिक शक्ति का एक बड़ा सोर्स था,
महाराज की वाणी, अमृत का संचार।
उन्होंने निस्वार्थ भाव से गरीबों और ज़रूरतमंदों की सेवा की,
मानवता ही एकमात्र धर्म है, भगवान ने शिक्षा दी। 😇💧🤝❤️

अर्थ: यह आध्यात्मिक शक्ति का एक बड़ा स्रोत था। महाराज की वाणी अमृत की वर्षा जैसी थी। उन्होंने बिना किसी स्वार्थ के गरीबों और ज़रूरतमंदों की सेवा की। उन्होंने सिखाया कि मानवता ही सच्चा धर्म है।

6. छठी खट्टी-मीठी बात

शिष्यों का समूह, आज भी, नमन करे,
गुरुदेव का नाम ले, सारे बंधन त्याग कर।
कोंकण की धरती धन्य हो गई, उनके चरण छूकर,
महाराज की महानता को याद करके, उसे ध्यान में रखते हुए। 👥 नमन किया 👣🇮🇳

अर्थ: शिष्यों का एक बड़ा समूह (समूह) आज भी उन्हें नमन करता है। सारे बंधन छोड़कर, गुरुदेव का नाम ले। उनके चरण छूकर, कोंकण की धरती धन्य हो गई। आइए, महाराज की महानता (महानता) को याद करें।

7. सातवां खट्टा-मीठा

ज्ञान, भक्ति और वैराग्य, जीवन का सार,
रामगिरी महाराज, आपका सहारा बनें।
पुण्यतिथि का समारोह, श्रद्धा से मनाएं,
आइए उनकी कृपा से जिएं, यह जीवन चमके। 🕉�🌟💖🎉

अर्थ: ज्ञान, भक्ति और वैराग्य जीवन का सार है, जो रामगिरी महाराज का आधार है। आइए इस पुण्यतिथि को श्रद्धा से मनाएं। उनकी कृपा से, हम इस जीवन को बहुत पवित्र तरीके से जिएं।

इमोजी समरी
🕊�🌿🙏🌟 🕯�🧘�♂️✨📚 📿🎶🤍💖 🕌🌳🎼🙌 😇💧🤝❤️ 👥 झुका हुआ 👣🇮🇳 🕉�🌟💖🎉

ये सभी इमोजी पुण्यतिथि, भक्ति, शांति, ज्ञान, तपस्या, रामनाम, त्याग, सेवा, गुरु और आशीर्वाद के प्रतीक हैं।

--अतुल परब
--दिनांक-23.11.2025-रविवार.
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