भोजलिंग यात्रा-जांभुळणी, तालुका-माण- 🙏🚩⛰️👥📅 🕉️✨🛕🙏 🚶‍♀️🎶🥁💖 🌳🍬🍚😊

Started by Atul Kaviraje, November 23, 2025, 07:48:03 PM

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Atul Kaviraje

भोजलिंग यात्रा-जांभुळणी, तालुका-माण-

🙏 श्री भोजलिंग देवची यात्रा - भक्ति मराठी कविता 🙏

भोजलिंग की कृपा की जम्भुलनी यात्रा

तारीख: 23 नवंबर 2025, रविवार जगह: जम्भुलनी, तालुका-मान, सतारा विषय: श्री भोजलिंग यात्रा फॉर्मेट: 7 श्लोक, हर एक में 4 लाइनें, तुकबंदी, सरल और मतलब वाली कविता।

1. पहला श्लोक

मान तालुका में जम्भुलनी गांव,
आज रविवार है, उत्साह का माहौल है।
श्री भोजलिंग यात्रा, एक बड़ी,
भक्तों की भीड़ से ज़मीन पवित्र हो गई है। 🚩⛰️👥📅

मतलब: सतारा जिले के मान तालुका में जम्भुलनी नाम का एक गांव है। आज रविवार है और हर जगह उत्साह का माहौल है। श्री भोजलिंग देव की एक बड़ी यात्रा निकली है और भक्तों की भारी भीड़ के कारण यह भूमि पवित्र हो गई है।

2. दूसरा कड़वा

शंभू महादेव का भोजलिंग अवतार,
जंभूलन में निवास करते हुए, वे पूरी दुनिया का सहारा हैं।
प्राचीन मंदिर का शिखर चमकता नहीं है,
भक्ति से देखते हैं, उनका रूप कब होगा। 🕉�✨🛕🙏

मतलब: शंभू महादेव (शिव) का भोजलिंग अवतार है। वे जंभूलन गांव में निवास करते हैं और वे पूरी दुनिया का सहारा हैं। इस प्राचीन मंदिर का शिखर आसमान में चमक रहा है। आइए भक्ति से उनके रूप को देखें।

3. तीसरा कड़वा

ये वारी के योद्धा, ये सब, चलते हुए आते हैं,
दिल में भक्ति रखते हुए, दुख दूर हो जाते थे।
भजन, कीर्तन और, घंटे की आवाज़,
भोजलिंग की कृपा से, बड़ा आदर होता है। 🚶�♀️🎶🥁💖

मतलब: तीर्थ यात्रा पर जाने वाले भक्त पैदल चलकर आते हैं। वे अपने दिल में भक्ति लेकर आते हैं, जिससे उनके दुख दूर हो जाते हैं। भजन, कीर्तन और गोंडल (पारंपरिक लोक कला) ज़ोर-शोर से बजाए जाते हैं। श्री भोजलिंग की कृपा से, सभी को आदर मिलता है।

4. चौथा कड़वा

भगवान का नींबू का पेड़, बड़ा और पवित्र,
सच्चे भक्तों की कहानी, यहाँ है।
भेंट की थाली भरी है, मीठा-खट्टा,
भगवान की कृपा से, खुशियाँ भरपूर हैं। 🌳🍬🍚😊

मतलब: मंदिर के पास भगवान का नींबू का पेड़ बहुत पवित्र है। यहाँ, सत्य के प्रति निष्ठावान भक्तों का जीवन (चरित्र) बेहतर हो जाता है। भगवान को भोग लगाने के लिए मीठे पकवानों से भरी थालियां तैयार की जाती हैं। भगवान की कृपा से जीवन में ढेर सारी खुशियां और समृद्धि आती है।

5. पांचवां कड़ावे

भव्य जुलूस भरा है, दुकानें लगी हैं,
खिलौनों की भीड़, बच्चे रंग-बिरंगे हैं।
देश की संस्कृति, इस समय दिखती है,
एकता के दर्शन, इस जगह पर होते हैं। 🎪🧸🤝🌟

मतलब: भव्य जुलूस भरा है और कई दुकानें लगी हैं। बच्चे खिलौनों की दुकानों में खुशी-खुशी आनंद ले रहे हैं। इस समय, मानव जाति की संस्कृति दिखती है। यहां सभी लोगों की एकता दिखती है।

6. छठे कड़ावे

सुबह से ही लंबी लाइन लगी है,
दर्शन करने आए हैं, सभी भक्त रुकते हैं।
मन्नतें पूरी कर रहे लोग, आस्था के बड़े बोल,
भगवान की कृपा बड़ी है, इसकी कीमत अनमोल है। 🙌💖💫

मतलब: सुबह से ही दर्शन के लिए भक्तों की लंबी लाइन लगी है। सभी भक्त दर्शन का इंतज़ार कर रहे हैं। लोग आस्था के साथ अपनी मन्नतें पूरी कर रहे हैं। भगवान की कृपा बहुत बड़ी है, इसकी कीमत अनमोल है।

7. सातवें कड़ेवे

आइए भोजलिंग के चरणों में सिर झुकाएं,
उनकी कृपा से, हम खुशी से रहें।
यह सालाना तीर्थयात्रा है, जल्द ही फिर मिलेंगे,
भगवान मेरे भोजलिंग, सब पर अपनी कृपा बनाए रखें। 🙏🕉�🎉🏡

मतलब: आइए श्री भोजलिंग के चरणों में सिर झुकाएं। उनकी कृपा से, हम अपनी ज़िंदगी खुशी से जिएं। यह सालाना तीर्थयात्रा है; अगले साल जल्द ही फिर मिलेंगे। मेरे भगवान भोजलिंग सब पर अपना हाथ बनाए रखें।

इमोजी समरी
🚩⛰️👥📅 🕉�✨🛕🙏 🚶�♀️🎶🥁💖 🌳🍬🍚😊 🎪🧸🤝🌟 🙌 क्यू 💖💫 🙏🕉�🎉🏡

ये सभी इमोजी तीर्थयात्रा, मंदिर, भक्ति, भीड़, संगीत, प्रसाद, संस्कृति, एकता, खेल और आशीर्वाद का प्रतीक हैं।

--अतुल परब
--दिनांक-23.11.2025-रविवार.
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