💛 मार्तंड भैरव षडरात्रि उत्सव: 21 नवंबर, 2025 🔱🔱 💛 🔔 🐅 🙏 ✨ 🥁

Started by Atul Kaviraje, November 25, 2025, 11:46:16 AM

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Atul Kaviraje

मार्तंड भैरव षडरात्रौत्सवारंभ -

शुक्रवार, 21 नवंबर, 2025 से शुरू हो रहे मार्तंड भैरव षडरात्रि उत्सव पर आधारित सात छंदों की एक सुंदर, अर्थपूर्ण और तुकबंदी वाली मराठी कविता

(नोट: मार्तंड भैरव खंडोबा का एक रूप हैं और 'षडरात्रि उत्सव' मार्गशीर्ष शुद्ध प्रतिपदा से षष्ठी (चंपा षष्ठी) तक मनाया जाता है।)

💛 मार्तंड भैरव षडरात्रि उत्सव: 21 नवंबर, 2025 🔱

1. उत्सव की शुरुआत

21 नवंबर, शुक्रवार,
आज से मार्तंड भैरव का उत्सव शुरू हो रहा है।
षडरात्रि उत्सव ने एक नई शुरुआत की है,
खंडोबा का नाम फैल रहा है।

(मतलब: शुक्रवार, 21 नवंबर को मार्तंड भैरव का त्योहार शुरू हो रहा है।
छह रातों तक चलने वाला यह त्योहार शुरू हो गया है
और खंडोबा के नाम की तारीफ हर जगह फैल रही है।)

2. मार्तंड भैरव का रूप

खंडोबा देवा, आप मार्तंड भैरव हैं,
हल्दी डालने से आपका रूप पवित्र और सुंदर दिखाई देता है।
येलकोट येलकोट, जय मल्हार गर्जना,
भक्तों के मन में, आपकी हमेशा की इच्छा है।

(मतलब: खंडोबा देवा, आप मार्तंड भैरव का रूप हैं।
आप पर हल्दी डालने से आपका रूप पवित्र और सुंदर दिखाई देता है।
येलकोट येलकोट जय मल्हार हर जगह गरजता है
और भक्तों के दिलों में आपके दर्शन की तीव्र इच्छा होती है।)

3. षडरात्रि का महत्व

षडरात्रि का मतलब है, भक्ति,
जागरण, भजन, कीर्तन, आत्म-शक्ति देने की छह रातें।
यह रस्म चम्पाषष्ठी तक चलती है,
भैरव की कृपा से एक बड़ा युद्ध लड़ा जाता है।

(मतलब: षड्त्रत्रि का मतलब है छह रातों तक की गई भक्ति।
जागते रहने, भजन और कीर्तन करने से रूहानी ताकत मिलती है।
यह त्योहार चम्पाषष्ठी तक चलता है
और मार्तंड भैरव की कृपा का बड़ा प्यार (लाला) मिलता है।)

4. भगवान की सुरक्षा

आपका यह रूप, सभी परेशानियों को दूर करता है
और बुरी ताकतों को तुरंत दूर करता है।
आपके 'भैरव रूप' से सुरक्षा मिलती है
और ज़िंदगी की सभी परेशानियां दूर हो जाती हैं।

(मतलब: आपका यह रूप सभी परेशानियों को दूर करता है
और बुरी ताकतों को तुरंत दूर करता है।
आपके भैरव रूप (शक्ति) की ताकत से भक्तों को सुरक्षा मिलती है
और ज़िंदगी की सभी परेशानियां दूर हो जाती हैं।)

5. भंडारा और प्रसाद

भंडारा, नारियल, गुड़, आपका महाप्रसाद,
दर्शन करने से ज़िंदगी की आहट मिलती है।
आओ इस हल्दी को प्यार से बिखेरें,
हर भक्त की धन की इच्छा पूरी हो।

(मतलब: भंडारा (हल्दी), नारियल और गुड़ आपका मुख्य प्रसाद है।
आपके दर्शन करने और प्रसाद लेने के बाद, जीवन के आनंद का एहसास होता है।
आओ हम प्यार से हल्दी बिखेरें
और हर भक्त की इच्छा पूरी हो।)

6. संतुष्टि का संदेश

यह त्योहार शांति और संतुष्टि लाए,
सत्य का मार्ग और कर्म के प्रति जागरूकता।
बिना किसी मकसद के काम करो,
अपनी भक्ति के कारण, तुम्हें मुक्ति का पुल मिलेगा।

(मतलब: यह त्योहार शांति और संतुष्टि लाता है।
सत्य का मार्ग और अपने कर्म के प्रति जागरूकता।
बिना किसी स्वार्थ के काम करो।
अपनी भक्ति के कारण, तुम्हें मुक्ति का पुल मिलेगा।)

7. मल्हारी को प्रणाम

जय जय मल्हार, तुम ही खंडेराया हो,
अब तुम्हारे चरणों में, हमेशा यह माया।
षडरात्रि पर्व की कृपा हमेशा बनी रहे,
सबका कल्याण, सुख और समृद्धि फैले।

(मतलब: जय जय मल्हार, आप खंडेराई हैं।
आपके चरणों में हमारी माया हमेशा बनी रहे।
इस छह दिन के पर्व की कृपा हम पर हमेशा बनी रहे
और सबका कल्याण हो और सुख-समृद्धि फैले।)

📝 सारांश (इमोजी सारांश):
🔱 💛 🔔 🐅 🙏 ✨ 🥁

--अतुल परब
--दिनांक-21.11.2025-शुक्रवार.
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