🏞️ चौंडेश्वरी यात्रा, गिरये-देवगढ़: 21 नवंबर, 2025 🚩🚩 🏞️ 🌊 🙏 🔱 🥥 🥁

Started by Atul Kaviraje, November 25, 2025, 11:47:38 AM

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Atul Kaviraje

चौंडेश्वरी यात्रा-गिरये, तालुका-देवगड-

गिरये, देवगढ़ में चौंडेश्वरी यात्रा पर आधारित सात छंदों की एक सुंदर, मतलब वाली और तुकबंदी वाली मराठी कविता, जो शुक्रवार, 21 नवंबर, 2025 को होगी।

(नोट: चौंडेश्वरी देवी देवी की शक्ति का रूप हैं और कोंकण में यह यात्रा भक्तों के लिए बहुत ज़रूरी है।)

🏞� चौंडेश्वरी यात्रा, गिरये-देवगढ़: 21 नवंबर, 2025 🚩

1. यात्रा की शुरुआत

21 नवंबर, शुक्रवार,
चौंडेश्वरी यात्रा की शुरुआत आज है।
गिरये गांव, देवगढ़ तालुका में,
भक्तों की भीड़, आसमान में खुशी।

(मतलब: 21 नवंबर, शुक्रवार को चौंडेश्वरी देवी की यात्रा शुरू हो रही है। देवगढ़ तालुका के गिरये गांव में भक्तों की भारी भीड़ जमा हो गई है और आसमान में खुशी की लहरें उठ रही हैं।)

2. देवी का स्थान

कोंकण की धरती पर, देवी की खुशबू,
उन्हें समुद्र की लहरें महसूस हों।
हरे-भरे जंगल, और पूरी शांति,
यहां शक्ति की सवारी तैरती है।

(मतलब: देवी कोंकण की धरती पर रहती हैं। उन्हें समुद्र की लहरें दिखाई देती हैं। चारों ओर हरे-भरे जंगल और पूरी शांति है। यहां देवी की शक्ति खुशबूदार है।)

3. चौंडेश्वरी का रूप

चौंडेश्वरी माता, तुम भक्तों की मां हो,
अन्याय को दूर करो, कोई जल्दी नहीं है।
तुम्हारा शक्ति का रूप, तेज और दीप्तिमान,
भक्तों के मन में, विश्वास की गांठें।

(मतलब: चौंडेश्वरी माता, आप भक्तों की माँ हैं। आप बिना किसी जल्दबाजी के अन्याय पर विजय प्राप्त करती हैं। आपका शक्ति रूप बहुत उज्ज्वल है और भक्तों के मन में आपके प्रति आस्था बनी रहती है।)

4. तीर्थ यात्रा का स्वरूप

जागरण हुआ, सारी रात भजन गाए गए,
मन आपके दर्शन को आतुर हो गया।
नारियल, ओटी और नैवेद्य की थाली,
आपके चरणों में लहराते हुए, भक्ति की यह माला।

(मतलब: सारी रात जागरण और भजन चलते रहे हैं। मेरा मन आपके दर्शन को बहुत आतुर है। नारियल, ओटी और नैवेद्य की थाली (थाली) लेकर, हम भक्ति की यह माला आपके चरणों में अर्पित करते हैं।)

5. विनती और आशीर्वाद

हमने जो भी मनोकामनाएँ की हैं, वे पूरी हों,
हमारे जीवन में खुशियों की वह बहार आए।
स्वास्थ्य, शांति और समृद्धि की खुशबू हो,
देवी, आप ही हमें आशीर्वाद दें।

(मतलब: हमने जितनी भी ख्वाहिशें (इच्छाएं) की हैं, वे पूरी हों। हमारे जीवन में खुशियां और संतोष आए। सेहत, शांति और खुशहाली का वास हो। हे देवी, आप ही हमें आशीर्वाद दें।)

6. कोंकण संस्कृति

यह तीर्थयात्रा कोंकण की खूबसूरती दिखाती है,
इंसानियत, प्यार और भक्ति की परछाई।
सब इकट्ठा होते हैं, जश्न होता है,
यही मां चौंडेश्वरी की सच्ची शान है।

(मतलब: इस तीर्थयात्रा में कोंकण का प्यार (प्यार) और इंसानियत और भक्ति की भावना दिखती है। सब इकट्ठा होते हैं और जश्न मनाते हैं। यही मां चौंडेश्वरी का सच्चा सम्मान है।)

7. भक्ति की जीत

भवानी माता, आपकी कृपा बनी रहे,
तीर्थयात्रा का आनंद, साल भर आपके साथ रहे।
जय जय चौंडेश्वरी, आपकी तारीफ आपके साथ रहे,
भक्तों के जीवन में, आप हमेशा सहारा हों।

(अर्थ: हे माँ चौंडेश्वरी, आपकी कृपा हम पर हमेशा बनी रहे। इस तीर्थ यात्रा का आनंद पूरे साल हमारे साथ बना रहे। जय जय चौंडेश्वरी, आपकी स्तुति आपके साथ रहे। आप भक्तों के जीवन में हमेशा सहारा हैं।)

📝 सारांश (इमोजी सारांश):
🚩 🏞� 🌊 🙏 🔱 🥥 🥁

--अतुल परब
--दिनांक-21.11.2025-शुक्रवार.
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