🏞️ भIनोबदेव यात्रा, कोयली-खेड़: 21 नवंबर, 2025 🐴🐴 🏞️ 🥁 🌾 🙏 🏘️ 🎉

Started by Atul Kaviraje, November 25, 2025, 11:48:22 AM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje

भानोबादेव यात्रा-कोयाळी, तालुका-खेड-

शुक्रवार, 21 नवंबर, 2025 को होने वाले कोयली, खेड़ तालुका के भनोबदेव यात्रा के त्योहार पर आधारित सात छंदों की एक सुंदर, मतलब वाली और तुकबंदी वाली मराठी कविता।

(नोट: भनोबदेव एक लोकल देवता हैं और कोयली में यात्रा का कोंकण के भक्तों के लिए खास महत्व है।)

🏞� भनोबदेव यात्रा, कोयली-खेड़: 21 नवंबर, 2025 🐴

1. यात्रा का त्योहार

21 नवंबर, शुक्रवार, शुभ दिन,
भनोबदेव यात्रा, एक पवित्र त्योहार।
खेड़ तालुका में, कोयली का वह गांव,
भक्ति का यह मेला, बहुत महत्वपूर्ण था।

(मतलब: 21 नवंबर, शुक्रवार का पवित्र दिन है। आज भनोबादेव यात्रा का त्योहार शुरू हो रहा है। भक्ति का यह मेला खेड़ तालुका के कोयली गांव में लग रहा है, जिसका बहुत महत्व है।)

2. भनोबा देव का रूप

भनोबा देव, आप गांव के देवता हैं,
घोड़े पर सवार मूर्ति, बहुत शानदार लग रही है।
किसान के रखवाले, आप सच्चे दोस्त हैं,
आपकी कृपा से खेत सोने की तरह उगते हैं।

(मतलब: हे भनोबा देव, आप गांव के देवता हैं। घोड़े पर बैठी आपकी मूर्ति बहुत शानदार और प्रभावशाली लग रही है। आप किसानों के रखवाले और सच्चे दोस्त हैं। आपकी कृपा से खेत सोने की तरह उगते हैं।)

3. कोंकण में भक्ति

कोंकण की मिट्टी में, सरल और भोली आस्था,
भगवान पर आस्था, सच्ची सफलता देती है।
बारिश, पानी और खेती में सफलता,
भगवान के नाम पर, सारी खुशियां भरपूर हैं।

(मतलब: कोंकण की मिट्टी के लोगों की आस्था सीधी और सच्ची है। अगर आप भगवान पर विश्वास करते हैं, तो आपको सच्ची सफलता मिलती है। आपको बारिश, पानी और खेती में सफलता मिलती है, जिससे भगवान के नाम पर सब लोग खुशी से रहते हैं।)

4. नेव और प्रसाद

सारे नेव बन गए हैं, अब पूरे हों,
मैं आपके चरणों में रोटी और सिर चढ़ाऊंगा।
आपकी पूजा के लिए, सभी भक्त इकट्ठा हुए हैं,
भगवान के नाम पर, सारा खून बहाया है।

(मतलब: हमने प्रार्थना की है कि हमारी सभी इच्छाएं (नेव) पूरी हों। हम आपके चरणों में रोटी और सिर (विनम्रता) चढ़ाते हैं। सभी भक्त आपकी पूजा के लिए इकट्ठा हुए हैं और भगवान के नाम पर सब कुछ समर्पित कर दिया है।)

5. लोक कला और उत्साह

ढोल और बांसुरी बज रहे हैं, तुरही की आवाज गूंज रही है,
यात्रा खुशी से भरी है।
खेल, तमाशे, लोक कलाओं का उत्साह,
भगवान के त्योहार से, सभी जगहें गुलजार हैं।

(मतलब: ढोल और बांसुरी बज रहे हैं और तुरही की आवाज़ गूंज रही है। यात्रा में उत्साह और खुशी का एहसास हो रहा है। खेल, तमाशे और लोक कलाओं के लिए बहुत उत्साह है। भगवान के त्योहार के कारण हर जगह खुशी का माहौल है।)

6. एकता का संदेश

यह यात्रा गाँव की,
सभी जातियों और धर्मों की एकता दिखाती है, यहाँ एक वाक्य है।
भनोबा देवा का आशीर्वाद मिले,
हम सब मिलजुल कर रहें, मतभेद भुलाकर।

(मतलब: इस यात्रा में गाँव के लोगों की एकता दिखती है। सभी जातियों और धर्मों के लोग यहाँ एक ही बात कहते हैं (एकता दिखाते हैं)। भनोबा देवा का आशीर्वाद मिले और सब मिलजुल कर रहें, मतभेद भुलाकर।)

7. आभार और प्रार्थना

हे भगवान भनोबा, आपकी कृपा बनी रहे,
यात्रा की खुशी पूरे साल हमारे साथ रहे।
कोयली की शान इसी तरह बढ़ती रहे,
सबका भला हो, सबका सुख हो और सबका विकास हो।

(मतलब: हे भगवान भानोबा, आपकी कृपा हम पर हमेशा बनी रहे। इस यात्रा का आनंद पूरे साल हमारे साथ रहे। कोयली गांव की शान इसी तरह बढ़ती रहे और सबका भला हो और सबका जीवन सुखी और समृद्ध हो।)

📝 सारांश (इमोजी सारांश):
🐴 🏞� 🥁 🌾 🙏 🏘� 🎉

--अतुल परब
--दिनांक-21.11.2025-शुक्रवार.
===========================================