🌴 श्री रवलनाथ जात्रा: सांखली-गोवा (21 नवंबर, 2025) 🔔🌴 🔔 🎶 🙏 🕉️ 🌊 🌟

Started by Atul Kaviraje, November 25, 2025, 11:50:41 AM

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Atul Kaviraje

श्री रवळनाथ जत्रा-सांखली-गोवा-

शुक्रवार, 21 नवंबर, 2025 को गोवा के सांखली में होने वाली श्री रावलनाथ जात्रा पर आधारित सात छंदों की एक सुंदर, मतलब वाली और तुकबंदी वाली मराठी कविता

(नोट: श्री रावलनाथ कोंकण और गोवा में एक ज़रूरी गांव के देवता हैं और उनका मेला बहुत श्रद्धा से मनाया जाता है।)

🌴 श्री रवलनाथ जात्रा: सांखली-गोवा (21 नवंबर, 2025) 🔔

1. मेले का उत्साह

21 नवंबर, शुक्रवार का पवित्र दिन,
श्री रावलनाथ जात्रा, आज त्योहार की खासियत है।
गोवा के सांखली में, भक्ति की वो लहर,
भक्त आपके दर्शन का इंतज़ार कर रहे हैं।

(मतलब: 21 नवंबर, शुक्रवार का पवित्र दिन है। आज से श्री रावलनाथ देव मेले का बड़ा त्योहार शुरू हो रहा है। गोवा के सांखली गांव में भक्ति की लहर आ गई है और भक्त आपके दर्शन के लिए बहुत उत्सुक हैं।)

2. रावलनाथ का रूप

हे रावलनाथ देव, आप महादेव का रूप हैं,
भोले-भाले भक्तों के लिए, आपका सरल रूप।
आप सच्चे रक्षक हैं, आप गांव के देवता हैं,
आपकी कृपा से, सभी सुख मिलते हैं।

(मतलब: हे रावलनाथ देव, आप महादेव का रूप हैं। भोले-भाले भक्तों के लिए, आपका रूप सरल है। आप सच्चे रक्षक और गांव के देवता हैं। आपकी कृपा से, सभी सुख दिव्यता प्राप्त करते हैं।)

3. सांखली का स्थान

सुंदर गोवा में, सांखली गांव,
जहां भक्ति का अनुभव, एक नया एहसास मिलता है।
मंदिर पर, झंडा लहराता है,
भगवान के नाम की शक्ति, यह पीड़ा देती है।

(मतलब: खूबसूरत गोवा में सांखली गांव है। जहां भक्ति का अनुभव एक नया मतलब देता है। मंदिर पर झंडा (झंडे) लहराते हैं और हर जगह भगवान के नाम की ताकत दिखती है।)

4. मेले की परंपरा

इस मेले की परंपरा बहुत पुरानी है,
कोंकण और गोवा यहां एक साथ रहते थे।
मन्नत, पूजा और प्रसाद की तैयारी होती है,
रावलनाथ की कृपा से महामारी खत्म हो गई।

(मतलब: इस मेले की परंपरा बहुत पुरानी है। कोंकण और गोवा के लोग यहां एक साथ आते हैं। यहां मन्नत, पूजा और प्रसाद की तैयारी होती है। रावलनाथ की कृपा से सभी परेशानियां (महामारी) खत्म हो जाती हैं।)

5. लोक कला का नजारा

ढोल और झांझ की आवाज गूंजती है,
पारंपरिक नृत्य खुशी में झूमते हैं।
गोंगदल, कीर्तन, भक्ति का रंग,
तीर्थयात्रा में उत्साह भर गया।

(मतलब: ढोल (एक तरह का म्यूज़िकल इंस्ट्रूमेंट) और झांझ की आवाज़ गूंज रही है। खुशी में पारंपरिक डांस हो रहे हैं। गोंगडाल और कीर्तन के रंगों ने तीर्थयात्रा में उत्साह का माहौल बना दिया है।)

6. खुशहाली का आशीर्वाद

आप बिना मांगे देते हैं, आप सच्चे भगवान हैं,
हम सभी भक्त आपकी सेवा करेंगे।
खेती में अच्छी फसल हो, बिज़नेस में तरक्की हो,
रावलनाथ का आशीर्वाद, यही हमारा लक्ष्य है।

(मतलब: आप बिना मांगे देने वाले सच्चे भगवान हैं। हम सभी भक्त आपकी सेवा करते हैं। खेती में अच्छी फसल हो और बिज़नेस में तरक्की हो। रावलनाथ का आशीर्वाद हमारा सबसे बड़ा तोहफ़ा है।)

7. देवताओं से प्रार्थना

हे रावलनाथ, आप हमारे मालिक हैं,
खुशी, शांति, खुशहाली, हमें लगातार देते रहना।
सांखली मेले की कृपा ऐसे ही बनी रहे,
गोवा और महाराष्ट्र को आपका आशीर्वाद मिले।

(अर्थ: हे रावलनाथ, आप हमारे शरणस्थली हैं। आप हमें हमेशा सुख, शांति और समृद्धि प्रदान करें। इस सांखली मेले की कृपा ऐसे ही बनी रहे। गोवा और महाराष्ट्र को आपका आशीर्वाद प्राप्त हो।)

📝 सारांश (इमोजी सारांश):
🌴 🔔 🎶 🙏 🕉� 🌊 🌟

--अतुल परब
--दिनांक-21.11.2025-शुक्रवार.
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