🪔 नागदिवे: रोशनी की पूजा 🐍🗓️ 🌅 ✨ 🙏 🪔 💡 💫 💖 💰 🏡 👑 🌟 🧑‍🌾 🌱 🌍 🐍

Started by Atul Kaviraje, November 25, 2025, 07:52:14 PM

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Atul Kaviraje

नागदिवे-

'नागदीव' (नागदीपावली या नागदीप) का त्योहार मुख्य रूप से कार्तिक महीने में मनाया जाता है, जिसमें नागों को दीपक जलाकर सम्मान दिया जाता है।

🪔 नागदीव: रोशनी की पूजा 🐍

📜 लंबी मराठी कविता (तारीख: 25 नवंबर 2025 - मंगलवार)

यह कविता 'नागदीव' (नागदीपावली) के त्योहार पर आधारित है, जिसमें नागों को दीपक चढ़ाकर अंधेरे पर रोशनी की जीत दिखाई जाती है।

पंक्ती 1

मतलब: कार्तिक महीने का आना और नागदीव की तैयारी।

कार्तिक महीना, सुबह होती है, अंधेरा चला जाता है,
नागदीव का त्योहार सजा है, मेरी खुशी बहुत है।
हवा के पास दीपक जलाकर, मैं आपको प्रणाम करता हूं,
ओ नाग देवता, मुझ तक रोशनी की चमक फैलाओ।

🗓� 🌅 ✨ 🙏

मतलब:
कार्तिक महीने में सुबह होती है, अंधेरा चला जाता है।
नाग दीवा का त्योहार जोश के साथ मनाया जाता है, दिल में बहुत खुशी होती है।
वरुला के पास दीये जलाकर मैं आपको प्रणाम करता हूँ।
हे नाग देवता, मुझ पर रोशनी की चमक फैलाओ।

Stanza 2

मतलब: दीयों का महत्व और डर का नाश।

दीयों की यह रोशनी, सारे डर दूर करती है,
ज़िंदगी के किनारे चमक से भर जाएं।
अंधेरे से रोशनी की ओर, आपका रास्ता दिखता है,
नाग दीवा जलाकर, हमें आपकी पूजा करनी चाहिए।

🪔 💡 💫 💖

मतलब:
दीयों की यह रोशनी मन के सारे डर दूर करती है।
ज़िंदगी के सभी पहलू इस चमक से भर जाएं।
आप अंधेरे से रोशनी का रास्ता दिखाते हैं।
नाग दीया जलाकर, हम आपकी पूजा करते हैं।

स्टैंज़ा 3

मतलब: नाग और लक्ष्मी का रिश्ता।

आप लक्ष्मी के रक्षक हैं, धन का सम्मान करते हैं,
आपकी कृपा से सफलता मिलती है, हर इंसान का जीवन।
हम आपका आशीर्वाद लेते हैं,
घर में सुख-शांति बनी रहे, अपार खुशियाँ।

💰 🏡 👑 🌟

मतलब:
आप देवी लक्ष्मी के रक्षक हैं, धन का सम्मान करते हैं।
आपकी कृपा से हर इंसान का जीवन सफल हो जाता है।
हम दीयों की माला पहनकर आपका आशीर्वाद लेते हैं।
घर में सुख-शांति बनी रहे और अपार खुशियाँ।

स्टैंज़ा 4

सांस: खेती और पर्यावरण में नाग का स्थान।

खेत में सच्चे दोस्त हो, फसलों का सहारा हो,
दीयों की रोशनी में, प्रकृति का बैलेंस बनाए रखने वाले हो, सच्चे भगवान हो,
नागों और दीयों के त्योहार से,
आसमान तुम्हारी शान लेता है।

🧑�🌾 🌱 🌍 🐍

मतलब:
खेत में सच्चे दोस्त हो, फसलों का सहारा हो।
दीयों की रोशनी में तुम्हें मनाया जाता है।
प्रकृति का बैलेंस बनाए रखने वाले हो, सच्चे भगवान हो।
नागदेवी के त्योहार से तुम्हारी शान बढ़ती है।

स्टैंज़ा 5

मूड: नागदेवी की रस्में और दुआएं।

दीयों पर तेल और बाती जलाकर, भक्ति की यह लौ,
मैं दिल से तुम्हारी पूजा करता हूं, तुम्हारा रस अपने दिल में डालता हूं।
मुसीबत के सारे काले बादल, पल भर में,
नागदेव, ज़िंदगी खुशियों से भर जाए।

🌕 🔥 😇 🎊

मतलब:
तेल और बाती जलाकर, मैं दीयों में भक्ति की लौ जलाता हूँ।
मैं दिल से आपकी पूजा करता हूँ, आप मेरे दिल में पूरी तरह से बसे हुए हैं।
मुसीबत के सारे काले बादल पल भर में हट जाते हैं।
हे नागदेव, हमारा जीवन खुशियों से भर जाए।

छठा श्लोक

मतलब: अलग-अलग नाग राजाओं को याद करते हुए।

वासुकि, तक्षक, पद्मनाभ, आपका रूप अनोखा है,
आप शिव शंकर की गर्दन हैं, भक्त आपको याद करते हैं।
आप नाग लोक के स्वामी हैं, आप विष्णु की शय्या हैं,
नाग की रोशनी से आपके चरणों में, हम अपना सिर झुकाते हैं।

🔱 🧘�♂️ 🌌 💫

मतलब:
वासुकि, तक्षक, पद्मनाभ (नाग राजा) आपका रूप बहुत अलग है।
शिव शंकर के गले में हो तुम, भक्त तुम्हें याद करते हैं।
आप नाग लोक के स्वामी हो, विष्णु की शय्या हो तुम।
नाग की रोशनी से तुम्हारे चरणों में, हम सिर झुकाते हैं।

स्टैंज़ा 7

मतलब: कविता और उत्सव का समापन।

यह कविता रसीली, सरल, दीपक की आवाज़ है,
हम वो पुण्यात्मा हैं जो नागदेवता की परंपरा को बनाए रखते हैं।
आपके प्रकाश से सब प्रकाशित हो, यही हमारी विशेष प्रार्थना है,
हे नागदेवता, आपको स्वीकार करें, यही हमारा विश्वास है।

✍️ 🇮🇳 ❤️ 🪔

मतलब:
यह कविता रसीली, सरल, दीपक की आवाज़ है।
हम वो पुण्यात्मा हैं जो नागदेवता की परंपरा को बनाए रखते हैं।
आपके प्रकाश से सब प्रकाशित हो, यही हमारी विशेष प्रार्थना है।
हे नागदेवता, हमारी इस आस्था को स्वीकार करें।

🖼� कविता का सारांश

यह कविता नागदीपावली के त्योहार पर आधारित है, जो कार्तिक महीने में मनाया जाता है।
यह त्योहार अंधेरे पर रोशनी की जीत और नागदेवता के प्रति भक्ति को दिखाता है।
यह कविता नागदेवता के डर को खत्म करने वाले और शुभ रूप को दिखाती है, और उन्हें लक्ष्मी का रक्षक और धन का सहारा भी मानती है।
नाग दीया जलाना घर में सुख, शांति और खुशी की प्रार्थना है। साथ ही, इस परंपरा के महत्व को यह कहकर बताया गया है कि नाग ही प्रकृति का संतुलन बनाए रखते हैं और शिव के गले में और विष्णु की शय्या पर विराजमान देवता हैं। 🎨 इमोजी समरी

🗓� 🌅 ✨ 🙏 🪔 💡 💫 💖 💰 🏡 👑 🌟 🧑�🌾 🌱 🌍 🐍 🌕 🔥 😇 🎊 🔱 🧘�♂️ 🌌 💫 ✍️ 🇮🇳 ❤️ 🪔

--अतुल परब
--दिनांक-25.11.2025-मंगळवार.
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