🔵 विष्णु और कर्म योग: खुशहाली का रास्ता 💎💤 🌍 🧘 🛠️ 💯 ✨ 🌞 ⚖️ 🍚 👑 📚 🔱

Started by Atul Kaviraje, November 26, 2025, 07:39:29 PM

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Atul Kaviraje

विष्णु और कर्म योग: जीवन में परिपक्वता-
(Vishnu and Karma Yoga: Maturity in Life)
Vishnu and Karmayoga: Prosperity in life-

भगवान विष्णु और कर्म योग के टॉपिक पर आधारित

🔵 विष्णु और कर्म योग: खुशहाली का रास्ता 💎

कड़वे 1

कमल जैसी आँखों वाले, दूध के सागर में सोते हुए, 💤
भगवान विष्णु तीनों लोकों के प्राण हैं। 🌍
ब्रह्मांड के रखवाले, कर्म-नियम का बोझ उठाते हैं,
हर काम से, योग-विचार सिखाते हैं। 🧘

मतलब:
कमल जैसी आँखों वाले देवता, जो दूध के सागर में सोते हैं।
भगवान विष्णु तीनों लोकों (तीनों लोकों) के प्राण हैं।
वह ब्रह्मांड को पालते हैं और कर्म-नियम (कर्म का सिद्धांत) का बोझ उठाते हैं।
वह हर काम से कर्म-योग का विचार सिखाते हैं।

इमोजी समरी: 💤 🌍 🧘

कड़वे 2

'कर्म' जीवन का सार है, विष्णु ने दिया है, 🛠�
हर काम निस्वार्थ बुद्धि से करना चाहिए। 💯
फल की उम्मीद नहीं रखनी चाहिए, इसे मन से निकाल देना चाहिए,
खुशहाली का असली रास्ता त्याग से ही लेना चाहिए। ✨

मतलब:
'कर्म' (काम) जीवन का सार है, विष्णु ने कहा है।
हर काम (काम) बिना फल की इच्छा के करो।
मन में कर्म के फल की उम्मीद मत रखो।
जीवन में सच्ची खुशहाली (आध्यात्मिक और भौतिक) त्याग से ही आती है।

इमोजी समरी: 🛠� 💯 ✨

कड़वे 3

जैसे सूरज खुद को नहीं देखता, उसके उगने के पीछे स्वार्थ होता है, 🌞
वैसे ही इंसान को संत के रास्ते पर जीना चाहिए। ⚖️
अपना फ़र्ज़ निभाओ, वफ़ादारी भारी रखो,
कर्म की मैच्योरिटी ही ज़िंदगी का सहारा है। 🍚

मतलब:
जैसे सूरज उगते समय अपना कोई मतलब नहीं देखता।
वैसे ही इंसान को अच्छे रास्ते (संत की राह) पर ज़िंदगी जीनी चाहिए।
अपना फ़र्ज़ निभाओ और उस पर पूरी वफ़ादारी रखो।
कर्म की गहराई (मैच्योरिटी) ही ज़िंदगी की असली मदद (शिदोरी) है।

इमोजी समरी: 🌞 ⚖️ 🍚

कड़वा 4

विष्णु कई बार अवतार लेकर आए, 👑
हर रूप में, उन्होंने, कर्म योग की मर्यादा सिखाई। 📚
धर्म की रक्षा के लिए, उन्होंने कष्ट उठाए,
उन्होंने कर्म को ही भगवान माना, उसे ही सबसे अच्छा माना। 🔱

मतलब:
भगवान विष्णु ने कई बार अवतार लिया।
हर अवतार में उन्होंने कर्म योग के नियमों का महत्व सिखाया।
धर्म की रक्षा के लिए उन्होंने बहुत मेहनत की।
उन्होंने कर्म को भगवान का काम माना और उसे सबसे अच्छा माना।

इमोजी समरी: 👑 📚 🔱

कड़वा 5

क्रोध, मोह, लोभ, सभी बुराइयों को छोड़ दो, 🚫
समता, प्रेम और स्नेह का बीज डालो। ❤️
यही विष्णु का 'योग' है, दुनिया के इस युद्ध के मैदान में,
शांत मन से जियो, दुख की कहानी आती है। 🕊�

मतलब:
क्रोध, मोह और वासना जैसे सभी बुरे गुणों को छोड़ देना चाहिए।
मन में समता के बीज बोओ और प्रेम डालो।
यही विष्णु का सिखाया कर्म योग है, जो दुनिया के युद्ध के मैदान पर लागू होता है।
जब दुख का समय आए, तो उसे शांत मन से स्वीकार करो।

इमोजी समरी: 🚫 ❤️ 🕊�

कड़वा 6

हमेशा सेवा की भावना से काम करें, 🤝
सफलता और असफलता को बराबर समझना चाहिए, हमें खुद को ध्यानी समझना चाहिए। 🎯
जीवन गहरा बनता है, कर्म की इस जोड़ी से,
अच्छे कर्मों से विष्णु का आशीर्वाद मिलेगा। 🎁

मतलब:
मन में हमेशा सेवा की भावना रखकर काम करें।
याद रखें कि सफलता और असफलता दोनों बराबर हैं।
कर्म की इस सही जोड़ी (कर्म योग) से जीवन मैच्योर (गहरा) होता है।
अच्छे कर्म (साक्त्र्य) विष्णु का आशीर्वाद लाते हैं।

इमोजी समरी: 🤝 🎯 🎁

कड़वा 7

जीवन में खुशहाली कर्म से ही आती है, 💎
ज्ञान और भक्ति, इसमें साथ-साथ रहते हैं। 📖
विष्णु और योग जीवन का आधार हैं,
आइए इस रास्ते पर चलें, हमें हमेशा का आनंद मिलेगा। 🛣�

मतलब:
जीवन में सच्ची खुशहाली (खुशी और सफलता) कर्म से ही आती है।
इस कर्म योग में ज्ञान और भक्ति साथ-साथ रहते हैं।
भगवान विष्णु और कर्म योग जीवन के मुख्य आधार हैं।
आइए इस रास्ते पर चलें और हमेशा की शांति (हमेशा का आनंद) का स्थान पाएं।

इमोजी समरी: 💎 📖 🛣�
इमोजी समरी: 💎 📖 🛣�

✨ इमोजी समरी (इमोजी की समरी) ✨
💤 🌍 🧘 🛠� 💯 ✨ 🌞 ⚖️ 🍚 👑 📚 🔱 🚫 ❤️ 🕊� 🤝 🎯 🎁 💎 📖 🛣�

यह कविता हमें भगवान विष्णु के दर्शन से प्रेरित होकर, जीवन में 'कर्म योग' और मैच्योरिटी के महत्व को समझाती है।

--अतुल परब
--दिनांक-26.11.2025-बुधवार.
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