🚩 किरीवाड़ी के खंडोबा: भक्ति की जागृति 🔔🗓️ 🏞️ 🙏 👑 🔱 🛡️ 🏘️ 💛 ✨ 📢 🚶‍♂️

Started by Atul Kaviraje, November 26, 2025, 07:58:50 PM

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Atul Kaviraje

खंडोबा उत्सव-किरीवाडी, तालुका-दौंड-

बुधवार, 26 नवंबर, 2025 को दौंड तालुका के किरीवाड़ी में खंडोबा उत्सव (चंपा षष्ठी) हो रहा है, यह एक भक्ति कविता है, जो महत्व दिखाती है

🚩 किरीवाड़ी के खंडोबा: भक्ति की जागृति 🔔

(लंबी मराठी कविता)

कड़वे 1

मार्गशीर्ष शुद्ध षष्ठी, दिन पवित्र हो गया, 🗓�
दौंड तालुका में, किरीवाड़ी की स्थापना हुई। 🏞�
खंडोबा उत्सव, चंपा षष्ठी विशेष,
येलकोट नाम, यह पूरा हो गया। 🙏

अर्थ:
मार्गशीर्ष महीने के शुद्ध पक्ष की छठी पवित्र तिथि आ गई है।
दौंड तालुका का किरीवाड़ी गांव इस भक्ति रस में नहाया हुआ है।
खंडोबा उत्सव यानी चंपा षष्ठी, यह दिन खास है। 'येलकोट' नाम का जाप करने से दिल की इच्छाएं पूरी होती हैं।

इमोजी समरी: 🗓� 🏞� 🙏

कड़वे 2

किरीवाड़ी के देवता, मल्हारी मार्तंड, 👑
राक्षसों का नाश करने वाले, उनका रूप अखंड है। 🔱
भैरव का अवतार, शिव का वह अंश,
भक्तों की रक्षा के लिए, वह सभी दंश दूर करते हैं। 🛡�

मतलब:
किरीवाड़ी के देवता मल्हारी मार्तंड (खंडोबा) हैं।
वह राक्षसों का वध करने वाले हैं और उनका रूप अविभाज्य (अखंड) है।
वह भैरव का अवतार और शिव का अंश हैं।
भक्तों की रक्षा के लिए, वह सभी परेशानियों (दंशों) को दूर करते हैं।

इमोजी समरी: 👑 🔱 🛡�

कड़वे 3

गांव के सभी लोग मंडप में जमा हुए, 🏘�
खजाने खाली हो गए, दुख दूर हो गए। 💛
सोने की चमक, पीले रंग का तोहफा,
भक्ति के इस मेले में, जीवन की चेतना मिलती है। ✨

मतलब:
गांव के सभी लोग त्योहार के लिए बनाए गए मंडप में जमा हुए हैं।
उन्होंने भंडारा (हल्दी) लगाकर अपने दुख दूर किए हैं।
यह सोने जैसी चमक वाला पीले रंग का तोहफा है।
भक्ति के इस मेले में, जीवन का सच्चा ज्ञान मिलता है।

इमोजी समरी: 🏘� 💛 ✨

कड़वे 4

लगातार नाम जपते हुए, मुंह में तुरही बजती है, 📢
भाव से भरे हुए, पैर पंढर वारी की तरह चल रहे हैं। 🚶�♂️
खंडोबा की कृपा से बहुत खुशी मिलती है,
किरीवाड़ी की यात्रा में किसी चीज़ का नुकसान नहीं होता। 🎊

मतलब:
भगवान का नाम लगातार लिया जा रहा है और मुंह से तुरही जैसी आवाज़ आ रही है।
भक्ति की भावना से, पैर पंढरपुर के वारी (मंदिर की ओर) की तरह चल रहे हैं।
खंडोबा की कृपा से बहुत खुशी मिलती है।
किरीवाड़ी के इस त्योहार में किसी चीज़ की कमी (खोना) नहीं है।

इमोजी समरी: 📢 🚶�♂️ 🎊

कड़वे 5

सत्य, दया, क्षमा, यही उसका सार है, 💯
जीवन जीना चाहिए, निस्वार्थ व्यवहार। 🤝
हाथ में तलवार लेकर, वह रक्षा के लिए खड़ा है,
भक्तों को हिम्मत देता है, खासकर मुसीबत के समय में। 💪

मतलब:
सच्चाई, दया और माफ़ी खंडोबा की सोच का सार है।
ज़िंदगी बिना किसी उम्मीद (निस्वार्थ) के जीना चाहिए।
वो हाथ में तलवार लेकर अपने भक्तों की रक्षा के लिए खड़े रहते हैं।
वो मुश्किल समय में भक्तों को खास हिम्मत देते हैं।

इमोजी समरी: 💯 🤝 💪

कड़वे 6

तालाब भरना, जागना, रात भर जागना, 🌙
खंडोबा की भक्ति से सबकी किस्मत चमकती है। 🌟
परिवार, काम, सब कुछ, सब कुछ,
भक्ति की वजह से, सब कुछ, रास्ता सीधा होगा। 🛣�

मतलब:
तालाब भरने, भजन गाने और जागने की वजह से, सब रात भर जागते हैं।
खंडोबा की भक्ति सबकी किस्मत चमका देती है।
वो परिवार और काम से जुड़े सभी काम बताते हैं। भक्ति से सारे रास्ते सीधे हो जाते हैं।

इमोजी समरी: 🌙 🌟 🛣�

कड़वा 7

किरीवाड़ी त्योहार, भक्ति का त्योहार, ❤️
मल्हारा का नाम, मेरी रूह हमेशा तेरे करीब। 💖
जय जय मल्हारा, चलो हुंकार भरकर नमन करते हैं, 🙏
जीवन पवित्र है, उनके चरणों की पूजा करते हैं। 🦶

मतलब:
किरीवाड़ी त्योहार भक्ति का त्योहार है।
मल्हारा का नाम हमेशा मन में प्यार पैदा करता है।
चलो 'जय जय मल्हारा' चिल्लाकर उन्हें नमन करते हैं।
उनके चरणों की पूजा करने से हमारा जीवन पवित्र हो जाता है।

इमोजी समरी: ❤️ 💖 🙏 🦶

इमोजी समरी: ❤️ 💖 🙏 🦶

✨ इमोजी समरी (इमोजी की समरी) ✨
🗓� 🏞� 🙏 👑 🔱 🛡� 🏘� 💛 ✨ 📢 🚶�♂️ 🎊 💯 🤝 💪 🌙 🌟 🛣� ❤️ 💖 🙏 🦶

यह कविता किरीवाड़ी में आयोजित खंडोबा उत्सव (चंपा षष्ठी) के धार्मिक और उत्साही माहौल पर आधारित है 26 नवंबर 2025 को दौंड तालुका में।

--अतुल परब
--दिनांक-26.11.2025-बुधवार.
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