"वितेवारी वृत्ति, मायिक होडगेचोची निवृत्ति"🧍 👣 🧠 🚮 😔 💡 🙏

Started by Atul Kaviraje, November 30, 2025, 12:57:06 PM

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Atul Kaviraje

संत तुकाराम महाराज अभंग गाथा-
अभंग क्र.१

समचरणदृष्टि विटेवरी साजिरी । तेथें माझी हरी वृत्ति राहो ॥१॥

आणीक न लगे मायिक पदार्थ । तेथें माझें आर्त्त नको देवा ॥ध्रु.॥

ब्रम्हादिक पदें दुःखाची शिराणी । तेथें दुश्चिंत झणी जडों देसी ॥२॥

तुका म्हणे त्याचें कळलें आम्हां वर्म । जे जे कर्मधर्म नाशवंत ॥३॥

II. कविता – संत तुकाराम महाराज अभंग गाथा (अभंग नंबर 1)

कवितेचे सुंदर आणि संपर्क शीर्ष:

"वितेवारी वृत्ति, मायिक होडगेचोची निवृत्ति"

1

समाचारदृष्टि वितेवारी सजीरी.
पंढरी राय की मूर्ति बहुत महान है.
वहाँ मेरी हरि वृत्ति दिन-रात रहती है.
मुझे कोई और चिंता नहीं चाहिए, मेरे भक्तिमय चरण.

मराठी अर्थ (छोटा अर्थ):
विट्ठल के वे चरण और दर्शन भी बहुत सुंदर हैं. हे हरि, मेरा भाव दिन-रात उन चरणों पर टिका रहे. मुझे कोई और चिंता नहीं चाहिए.

2

कोई और मायावी सामान मत लो.
वह क्षणिक सुख का व्यर्थ अर्थ.
वहाँ मेरी इच्छा नहीं है, हे ईश्वर, सर्वोच्च अर्थ.
आपके प्रेम का सारा आनंद एक बेकार चीज़ है.

मराठी मतलब:
मुझे कोई और माया (नश्वर) चीज़ नहीं चाहिए। कुछ पल की खुशी का मतलब बेकार है। हे भगवान, मुझे उन चीज़ों में मत उलझने दो। आपके प्यार के बिना, सभी सुख दुख देने वाले हैं।

3

ब्राह्मण पद दुख का कारण हैं।
स्वर्गलोक का सुख भी कुछ पल का है।
वहाँ, स्वर्गलोक के लोग परेशान हैं।
पुण्यै सरता पुण्य पतन वहाँ, मुझे पता है कि मैं गिर गया हूँ।

मराठी मतलब:
ब्रह्मा जैसे महान पद भी दुख का कारण हैं। स्वर्गलोक का सुख भी कुछ पल का है। हे भगवान, मेरे मन में उन पदों की चिंता गलती से मत पैदा करना। क्योंकि जब पुण्य खत्म हो जाता है, तो मैं फिर से गिर जाता हूँ।

4

आपकी बात हम समझ गए हैं।
अस्थिर दुनिया का यह रहस्यमयी राज़ सबसे ऊपर है।
जो भी कर्म और कर्म नाशवान हैं, वे सिर्फ़ एक भ्रम हैं।
वहाँ, कोई हलचल नहीं है, बिना इच्छा के अपने पैरों पर खड़ा रहना चाहिए।

मराठी मतलब:
तुकाराम महाराज कहते हैं कि हम उस दुनिया का रहस्यमय राज़ समझ गए हैं। जो कर्म और धर्म नाशवान हैं, वे सिर्फ़ भ्रम हैं। ऐसी जगह मैं हिलना नहीं चाहता, मैं आपके चरणों में बिना इच्छा के रहना चाहता हूँ।

5

माया का फैलाव एक टेम्पररी रंग है।
दुनिया का यह खेल सिर्फ़ एक मज़ाक है।
मेरी वृत्ति विट्ठल के चरणों में अखंड रहे।
यही मोक्ष है, यही सच्चा पांडुरंग है।

मराठी मतलब:
माया का यह फैलाव एक टेम्पररी रंग जैसा है। दुनिया का खेल अधूरा है। मेरी वृत्ति विट्ठल के चरणों में अखंड रहे।
यही मोक्ष है और यही सच्चा पांडुरंग है।

6

जिनके चरण एक जैसे होते हैं, उनकी नज़र एक जैसी होती है।
वहाँ कोई भेदभाव नहीं होता।
एक ही भावना से, पूरा झुकना चाहिए।
हमेशा की प्राप्ति, रुकावटों को भूलकर।

मराठी मतलब:
विट्ठल की एक जैसी नज़र में कोई भेदभाव नहीं होता। अगर कोई ऐसे विट्ठल को सच्चे मन से प्रणाम करता है, तो उसे अनंत काल मिलता है और वह सारी परेशानियाँ भूल जाता है।

7

ईंट पर सीधे कदमों से खड़ा होना।
भक्त प्रेम माँगते नहीं थकता।
इसलिए, वह भिखारी है, अभंग का तालाब।
हरि के चरणों में, भाव ही मोक्ष का स्रोत है।

मराठी अर्थ:
विट्ठल ईंट पर सीधे कदमों से खड़ा है। भक्त तुकाराम प्रेम माँगते नहीं थकते। वह विनती करते हैं कि मेरा भाव हमेशा हरि के चरणों में स्थिर रहे। यही मेरा मोक्ष है।

🎨 कविता का सारांश और इमोजी टेबल
कॉन्सेप्ट मराठी शब्द इमोजी

विट्ठल पांडुरंग/हरि 🧍
ईंट पर कदमों की आहट 👣
एटीट्यूड माइंड/चित्त 🧠
त्याग/वैराग्य मायिक मटर 🚮
दुख/चिंता चिंतित 😔
ज्ञान/रहस्य कीड़ा 💡
आपकी भक्ति कहूँ 🙏

इमोजी सारांश (साफ-सुथरा हॉरिजॉन्टल):

🧍 👣 🧠 🚮 😔 💡 🙏

--अतुल परब
--दिनांक-27.11.2025-गुरुवार.
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