'ज्ञानयोग का प्रकाश' 🌸'आत्म-ज्ञान और मुक्ति'💡⛓️💥📚🧪👤🌌✨🧘🐦⬆️🦁💪🚩🏔️

Started by Atul Kaviraje, November 30, 2025, 03:15:35 PM

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Atul Kaviraje

स्वामी विवेकानंद के कोट्स-
कोट 2
ज्ञान सारे दुख दूर कर देगा। ज्ञान हमें आज़ाद कर देगा। यही ज्ञान-योग का आइडिया है: ज्ञान हमें आज़ाद कर देगा! कौन सा ज्ञान? केमिस्ट्री? फ़िज़िक्स? एस्ट्रोनॉमी? जियोलॉजी? ये हमारी थोड़ी मदद करते हैं, बस थोड़ी सी। लेकिन मुख्य ज्ञान आपके अपने स्वभाव का है। 'खुद को जानो।' आपको पता होना चाहिए कि आप क्या हैं, आपका असली स्वभाव क्या है। आपको अपने अंदर उस अनंत स्वभाव के बारे में पता होना चाहिए। तब आपके बंधन टूट जाएँगे।

विचार: "ज्ञान सारे दुख दूर कर देगा। ज्ञान हमें आज़ाद बना देगा। ज्ञान-योग का यही विचार है: ज्ञान हमें आज़ाद बना देगा! कौन सा ज्ञान? केमिस्ट्री? फ़िज़िक्स? एस्ट्रोनॉमी? जियोलॉजी? ये हमारी थोड़ी मदद करते हैं, बस थोड़ी सी। लेकिन मुख्य ज्ञान आपके अपने स्वभाव का है। 'खुद को जानो।' आपको जानना होगा कि आप क्या हैं, आपका असली स्वभाव क्या है। आपको अपने अंदर उस अनंत स्वभाव के बारे में पता होना चाहिए। तभी आपके बंधन टूटेंगे।"

🌸 लंबी मराठी कविता - 'ज्ञानयोग का प्रकाश' 🌸

⭐ कविता का सुंदर और मार्मिक शीर्षक: 'आत्म-ज्ञान और मुक्ति'

1. आधार की स्थिति और चरण:
ज्ञान लो तो दुख का नाश हो;
ज्ञान से जीवन में प्रकाश मिलेगा;
ज्ञानयोग कहता है, सत्य सबसे बड़ा है;
ज्ञान से जीवन मुक्त और स्वतंत्र बनता है। 🖼� (जंजीरों को तोड़ती रोशनी की छवि) 💡⛓️💥

2. आधार की स्थिति और चरण:
आप किस तरह का ज्ञान कहेंगे, वह विज्ञान का ज्ञान;
केमिस्ट्री और फिजिक्स, बस थोड़ी सी मदद;
बाहरी दुनिया का ज्ञान, थोड़ा दैवीय सहारा;
लेकिन एलियंस का ज्ञान, यही बड़ा विचार है। 🖼� (एक किताब और लैब फ्लास्क की छवि) 📚🧪

3. आधार की स्थिति और चरण:
मुख्य ज्ञान हमारे अपने स्वभाव का है;
'खुद को जानो', उपनिषदों का सच;
तुम कौन हो, सच जानो;
मैं शरीर नहीं हूँ, इसे मन से भर दो। 🖼� (आईने में देखते हुए और ब्रह्मांड को देखते हुए व्यक्ति की तस्वीर) 👤🌌

4. आधार की स्थिति और कदम:
अनंत, शाश्वत, रूप हमारा है;
इसका एहसास होना, जब मन जागा हो;
सच्चिदानंद हम, कभी दुख नहीं;
जैसे ही तुम जागरूक होगे, तुम्हें परम सुख मिलेगा। 🖼� (चमक के साथ ध्यान करती हुई आकृति की तस्वीर) ✨🧘

5. आधार की स्थिति और कदम:
चेतना का ज्ञान, जब जागा हो;
शरीर से वह लगाव, तुरंत चला गया;
तब अज्ञानता के सारे बंधन टूट जाते हैं;
पिंजरा टूट जाता है, आज़ादी का रास्ता मिल जाता है। 🖼� (पिंजरे से उड़ते हुए पक्षी की तस्वीर) 🐦⬆️

6. आधार की स्थिति और कदम:
यह ज्ञान दो, आत्मविश्वास बड़ा है;
सभी सुख और दुख, उनकी समानता;
बाहरी दुनिया का डर, मन को छोड़ दो;
आत्मा आज़ाद है, मुक्ति का गीत गाओ। 🖼� (निडर शेर की तस्वीर) 🦁💪

7. आधार की स्थिति और कदम:
स्वामी विवेकानंद भी यही बात कहते हैं;
आत्म-साक्षात्कार ही मुक्ति का असली सार है;
उठो और जागो, देर मत करो;
अंदर के ज्ञान को ब्रह्मांड में फैलने दो। 🖼� (पहाड़ पर झंडा गाड़ने की तस्वीर) 🚩🏔�

⭐ इमोजी का सारांश:

💡⛓️💥📚🧪👤🌌✨🧘🐦⬆️🦁💪🚩🏔�

--अतुल परब
--दिनांक-28.11.2025-शुक्रवार.
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