💔 मोहाचा कर्दम, विसराला राजहंस - भ्रम का कीचड़, भूला हुआ शाही हंस 💔🦢 💔 👑 🌿

Started by Atul Kaviraje, December 01, 2025, 04:47:24 PM

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Atul Kaviraje

॥ ज्ञानेश्वरी भावार्थदीपिका ॥
॥ अथ प्रथमोऽध्यायः – अध्याय पहिला ॥

॥ अर्जुनविषादयोगः ॥

म्हणौनि कृपा आकळिला । दिसतसे अति कोमाइला ।जैसा कर्दमीं रुपला । राजहंस ॥ ४ ॥

म्हणून मोहाधीन झालेला तो आर्जुन चिखलात रुतलेल्या राजहंसाप्रमाणे अगदी कोमेजून गेलेला दिसला. ॥२-४॥

📜 कविता: ॥ ज्ञानेश्वरी भावार्थदीपिका ॥ 📜

💔 टाइटल: मोहाचा कर्दम, विसराला राजहंस - भ्रम का कीचड़, भूला हुआ शाही हंस 💔

छोटी मतलब वाली कविता:

हे पार्थ, आज तुम्हारा मन भ्रम से भरा है, कृपा से घिरा हुआ, वीरता का वैभव चला गया; तुम, शाही हंस की परी, कीचड़ में कैसे खो गईं, अपना विवेक छोड़कर, दुख और मोटापे का कारण बन गईं। गुरुमौली ज्ञानेश्वर, ज्ञान और भक्ति का मार्ग, इस भ्रम से मुक्ति का दावा, यह कृपा हम पर बनी रहे।

कविता

स्तंभ 1 - युद्ध का मैदान और निराशा

पार्थ युद्ध के मैदान में खड़ा था, गांडीव नीचे गिर गया,
दुख के बादल घने हो गए, वीरता से घिरा हुआ और रोया;
यह युद्ध क्यों है? यह मोह मनुष्य बन गया है,
मोह के बंधन में, वीर के प्राण जम गए हैं।

(मराठी अर्थ): अर्जुन युद्ध के मैदान में खड़ा है, और उसके हाथ से गांडीव धनुष गिर गया है। उसके मन में दुख के बादल छा गए हैं और उसकी वीरता रो रही है। यह युद्ध किस लिए है? उसके मन में ऐसा मोह पैदा हो गया है। मोह के बंधन में, उस वीर के प्राण जम गए हैं।

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कड़वे 2 (Stanza 2) - यह दया नहीं, भ्रम है

म्हणौनि कृपा अकालिला, ओवी पाली चरण बोले,
यह दया नहीं, यह स्नेह है, जो अपना कर्तव्य भूल गया है;
मोह का जाल बुना है, अच्छी बुद्धि उलझन बन गई है,
जैसे ज्ञान के मार्ग पर, भ्रम और मोह की धूल उड़ गई है।

(मराठी मतलब): 'महानौनि कृपा अकालिला' पहला चैप्टर है। यह सिर्फ़ दया नहीं, बल्कि प्यार है, जिसकी वजह से वह अपना फ़र्ज़ भूल गया है। भ्रम का जाल बुना गया है, और उसकी अच्छी बुद्धि कमज़ोर हो गई है। ऐसा लगता है जैसे ज्ञान के रास्ते पर भ्रम और आसक्ति की धूल फैल गई है।

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कड़वे 3 (Stanza 3) - चमक का खत्म होना

वह बहुत कमज़ोर हो गया है, उसकी चमक गायब हो गई है,
वह सूरज की तरह तेज़ है, लेकिन भ्रम ने उसे घेर लिया है;
उसकी रूहानी ताकत कमज़ोर हो गई है, उसकी शारीरिक ताकत गायब हो गई है,
हीरो का रूप बदल गया है, भक्त का दिल बन गया है।

(मराठी मतलब): 'वह बहुत कमज़ोर हो गया है' मतलब उसकी चमक गायब हो गई है। वह सूरज की तरह तेज़ था, लेकिन उसे भ्रम ने घेर लिया था। उसकी रूहानी ताकत कमज़ोर हो गई है, और उसकी शारीरिक ताकत भी गायब हो गई है। हीरो का रूप बदल गया है, और उसका दिल एक भक्त की तरह (दुखी) हो गया है।

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कड़वे 4 (Stanza 4) - कर्दमी रूपाला (कीचड़ में फंसा हुआ)

जैसे कर्दमी रूपाला, उपमा दी गई है,
अज्ञान के कीचड़ में, सत्य और बुद्धि जड़ जमाए हुए हैं;
कर्दम का मतलब है इच्छा, आसक्ति का बंधन,
उसकी हरकत रुक गई है, उसका मन निष्क्रिय हो गया है।

(मराठी मतलब): 'जैसे कर्दमी रूपाला' एक अनमोल उपमा है। उसकी सच्चाई और बुद्धि अज्ञान के कीचड़ में जड़ जमाए हुए हैं। कीचड़ का मतलब है इच्छा और आसक्ति का बंधन। उसकी हरकत रुक गई है, और उसका मन निष्क्रिय (पैसिव) हो गया है।

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कड़वे 5 (Stanza 5) - रॉयल हंस का रूप

ओ रॉयल हंस, तुम बुद्धि के अवतार हो, तुम ज्ञान के अवतार हो,
क्षीर-नीर जानने वाला है, तुम्हारी कीर्ति पवित्र है;
कीचड़ में फंसने के कारण उसके पंखों की ताकत चली गई,
अपनी काबिलियत के बावजूद, वह शक्तिहीन रहा।

(मराठी मतलब): तुम हंस हो, तुम बुद्धि और ज्ञान के अवतार हो। तुम दूध और पानी को अलग कर सकते हो, तुम्हारी कीर्ति पवित्र है। कीचड़ में फंसने के कारण उसके पंखों की ताकत चली गई। अपनी काबिलियत के बावजूद, वह शक्तिहीन रहा।

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कड़वे 6 (Stanza 6) - माँ मौली के दिल को छूने वाले शब्द

माँ मौली के दिल को छूने वाले शब्द

मौली ज्ञानोबा के शब्द, कितने दिल को छूने वाले और मीठे,
सच्चाई और खूबसूरती के, शब्द-आवाज़ का कनेक्शन देते हैं;
गीता ने, इस लालच को देखकर,
कृष्ण के शब्दों से कर्म योग सिखाना शुरू किया।

(मराठी मतलब): मौली ज्ञानोबा के शब्द कितने दिल को छूने वाले और मीठे हैं। उन्होंने सच्चाई और खूबसूरती के शब्दों के साथ सही मेल बनाया। गीता ने इस लालच को देखकर शुरुआत की। अब उन्हें कृष्ण के शब्दों से कर्म योग सिखाया जाएगा।

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Stanza 7 - आखिर की प्रार्थना

हम लालच के कीचड़ से आज़ाद हों,
विवेक-हंस की ताकत फिर से जाग जाए;
हमें ज्ञानेश्वर का ज्ञान, कर्तव्य का मार्ग दो,
गुरु मौली, कृपया हमें कृपा प्रदान करें, और जीवन में हमारा साथ दें।

(मराठी अर्थ): हम मोह के कीचड़ से मुक्त हों। हमारे अंदर विवेक-हंस की शक्ति फिर से जागृत हो। ज्ञानेश्वर का ज्ञान फिर से जागृत हो, और हमें कर्तव्य का मार्ग दिखाए। हे गुरु मौली, कृपया हमें कृपा प्रदान करें और जीवन में हमारा साथ दें।

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EMOJI SUMMARY

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--अतुल परब
--दिनांक-30.11.2025-रविवार.
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