🌺 कविता - 'दिनIचा सोयरा' 🌺💖🍯🔍💸🏡🫂💧👑🏠🧼✨💛💎🎁🍽️😊🤝🏼🎁👑🙏🏼🎤🚶‍♂️

Started by Atul Kaviraje, December 02, 2025, 06:17:02 PM

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Atul Kaviraje

संत तुकाराम महाराज अभंग गाथा-
अभंग क्र.५

अंतरिचीं घेतो गोडी । पाहे जोडी भावाची ॥१॥

देव सोयरा देव सोयरा । देव सोयरा दीनाचा ॥ध्रु.॥

आपुल्या वैभवें । शृंगारावें निर्मळे ॥२॥

तुका म्हणे जेवी सवें । प्रेम द्यावें प्रीतीचें ॥३॥

🌺  कविता - 'दिनIचा सोयरा' 🌺

- तुकोबा के अभंग का मतलब -

1.
भगवान हमारे सोयरा हैं, भगवान के पास प्यार मीठा लगता है,
उन्हें दौलत नहीं चाहिए, उन्हें उनका बड़ा लगाव नहीं चाहिए।
वे अंदर से मिठास लेते हैं, भाइयों की सच्ची जोड़ी देखते हैं,
अगर बंधन पवित्र नहीं है, तो उनके रास्ते पर पूजा बेहतर है। 💖🍯🔍💸

मतलब:
भगवान हमारे करीबी दोस्त (सोयरा) हैं। उन्हें सिर्फ हमारा प्यार और मिठास पसंद है।
उन्हें दौलत नहीं चाहिए, उन्हें बड़े रीति-रिवाज नहीं चाहिए।
वे सिर्फ दिल की मिठास को मानते हैं और पवित्र भाइयों का बंधन देखते हैं।
अगर बंधन पवित्र नहीं है, तो बड़ी पूजा भी बेकार लगती है।

2.
भगवान दूर नहीं हैं, वे करीबी दोस्त हैं,
उनका प्यार नदी जितना पवित्र है।
भगवान सोयरा, भगवान सोयरा, दीना के भगवान सोयरा,
वही एकमात्र शरण है, जहाँ कोई नहीं है। 🏡🫂💧👑

अर्थ:
भगवान हमसे दूर नहीं हैं, बल्कि वह एक करीबी दोस्त हैं।
उनका प्यार नदी के पानी जितना पवित्र है।
भगवान दीन-दुखियों की शरण हैं, वह एकमात्र सहारा हैं,
उनके लिए जिनका दुनिया में कोई सहारा नहीं है।

3.
आंगन में खड़ी, भक्ति की एक साधारण झोपड़ी,
इसे शुद्ध मन से बनाओ, इसका आराम मीठा है।
अपने ही वैभव से, अपने शुद्ध मन को सजाओ,
हृदय में शुद्ध भावनाएँ, केवल वही उन्हें प्रिय हैं। 🏠🧼✨💛

अर्थ:
भक्ति की झोपड़ी भले ही साधारण हो, वह काम करेगी।
आपको शुद्ध मन से भगवान की सेवा करनी चाहिए।
आपके पास जितनी शक्ति है, उसके अनुसार आपको शुद्ध (पवित्र) मन से भगवान को सजाना चाहिए।
क्योंकि भगवान को दिल में सिर्फ़ पवित्र भावनाएँ ही प्यारी होती हैं।

4.
सोने की मूर्तियाँ नहीं, हीरों का बड़ा दान नहीं,
भगवान आपके भाई की भूख मिटाएँ।
तुका महानता है, प्यार का वही तोहफ़ा,
इसमें कोई महानता नहीं, सिर्फ़ खुशी है। 💎🎁🍽�😊

मतलब:
भगवान को सोने की मूर्ति या हीरों का बड़ा तोहफ़ा नहीं चाहिए।
वह प्यार के भूखे हैं और प्यार पाकर ही संतुष्ट होते हैं।
तुकाराम महाराज कहते हैं कि यही उनकी महानता है।
वह सिर्फ़ प्यार के तोहफ़े से संतुष्ट होते हैं, जिसमें कोई महानता नहीं सिर्फ़ खुशी होती है।

5.
वह आपके साथ खाते हैं, दोस्त बनते हैं,
हर पल, आपको अपने साथ ले जाते हैं।
तुका का मतलब है आपके साथ खाना, प्यार देना, प्यार का तोहफ़ा,
त्याग और निस्वार्थता, यही सच्चा सम्मान है। 🫂🍽�🤝🏼🎁

मतलब:
भगवान आपके साथ दोस्त बनकर खाते हैं (आपके साथ एक हो जाते हैं)।
वह हर पल आपके साथ रहते हैं।
तुकाराम महाराज कहते हैं कि उनके साथ खाओ और उन्हें प्यार का तोहफ़ा दो।
त्याग और निस्वार्थता ही भगवान को दिया जाने वाला सच्चा सम्मान है।

6.
भाई को प्यार दो, दिल की मिठास दो,
सिर्फ रस्मों का नहीं, भक्ति के मेल का महत्व है।
विनम्रता ही आभूषण है, अहंकार दूर करना चाहिए,
विनम्र लोगों के भगवान, दिल में बसते हैं। 💖💧👑🙏🏼

मतलब:
भाई को प्यार दो और दिल की मिठास दो।
सिर्फ रस्मों का नहीं, बल्कि सच्ची भक्ति के मेल का महत्व है।
विनम्रता ही असली आभूषण है और अहंकार दूर करना चाहिए।
विनम्र लोगों की रोशनी, भगवान, हमेशा हमारे दिलों में बसें।

7.
तुकोबा की यह बात सरल रखो,
विनम्र रहो, आत्मा की कहानी को संजोए रखो।
भगवान विनम्र का प्रकाश है, सत्य ही परम सार है,
भक्ति के पंथ पर, कोई बोझ नहीं होना चाहिए। 🎤🚶�♂️ सत्य✨

मतलब:
संत तुकाराम महाराज की यह बात सरलता से अपनानी चाहिए।
विनम्र रहो और आत्मा की पवित्रता की कहानी को संजोए रखो।
'देव दीनांचा सोयरा' परम सत्य है।
भक्ति के मार्ग पर किसी भी (गैर-ज़रूरी) चीज़ का बोझ नहीं होना चाहिए।

✨ कविता का सारांश (इमोजी सारांश) ✨
💖🍯🔍💸🏡🫂💧👑🏠🧼✨💛💎🎁🍽�😊🤝🏼🎁👑🙏🏼🎤🚶�♂️ सत्य✨

--अतुल परब
--दिनांक-01.12.2025-सोमवार. 
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