🧠 कर्म सिद्धांत और इंसानी ताकत 🧠'कर्मसूत्र की कहानी' 🌺💫♾️📜✨🛠️👤🌍⚙️🚫🎲🗣️

Started by Atul Kaviraje, December 02, 2025, 06:35:57 PM

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Atul Kaviraje

स्वामी विवेकानंद के कोट्स-

पहली बात, हम हमेशा से हैं; दूसरी बात यह कि हम अपनी ज़िंदगी खुद बनाते हैं। किस्मत जैसी कोई चीज़ नहीं होती। हमारी ज़िंदगी हमारे पिछले कामों, हमारे कर्मों का नतीजा है। और यह बात तो ज़ाहिर है कि अपने कर्म खुद बनाने वाले होने के नाते, हमें उसे बिगाड़ने में भी काबिल होना चाहिए।

स्वामी विवेकानंद के विचार 'हम अपनी ज़िंदगी खुद बनाते हैं' पर आधारित एक डिटेल्ड और समझाने वाला मराठी आर्टिकल

🧠 कर्म सिद्धांत और इंसानी ताकत 🧠

- 'हम अपनी किस्मत खुद बनाते हैं' - स्वामी विवेकानंद के प्रेरणा देने वाले विचार -

🌺  कविता - 'कर्मसूत्र की कहानी' 🌺

- किस्मत बनाने वाला -

1.
हमारे कितने जन्म हुए हैं, हमारी कितनी कहानियाँ हैं,
मेरी आत्मा नश्वर है, नहीं तो यह तय होती।
पहली बात तो यह कि हम हमेशा से हैं,
हमारा रूप हमेशा है, यही महान सत्य है। 💫♾️📜✨

मतलब:
हमारे कितने जन्म हुए हैं और कितनी कहानियाँ खत्म हो गई हैं।
आत्मा कभी नश्वर नहीं होती, उसका कोई अंत नहीं है।
जान लो कि हमारा अस्तित्व हमेशा है।
हमारा रूप हमेशा है, यही महान सत्य है।

2.
कोई भी किस्मत बनाने वाला नहीं है, कोई भी देने वाला नहीं है,
दूसरी बात यह कि हम अपनी ज़िंदगी के खुद बनाने वाले हैं। अब।
दुनिया की यह हालत, कोई और वजह नहीं है,
हमने खुद ही बनाया है, अपना यह व्यवहार। 🛠�👤🌍⚙️

मतलब:
हमारी ज़िंदगी की किस्मत कोई तय नहीं करता।
कोई देने वाला नहीं है—हम अपनी ज़िंदगी के बनाने वाले हैं।
हमारी ज़िंदगी के हालात के पीछे कोई और वजह नहीं है।
हमारा व्यवहार हमारी ज़िंदगी बनाता है।

3.
अब किस्मत के भरोसे मत बैठो, तुम,
किस्मत जैसी कोई चीज़ नहीं होती। कर्म का रास्ता, तुम, एक संत।
किस्मत की वो भाषा, कमज़ोर की वो बोली,
यहाँ हर काम, भविष्य की कीमत बताता है। 🚫🎲🗣�💰

मतलब:
किस्मत के भरोसे मत बैठो।
किस्मत जैसी कोई चीज़ नहीं होती।
किस्मत की भाषा कमज़ोर की भाषा है।
हर काम हमें भविष्य की कीमत बताता है।

4.
यह अभी की ज़िंदगी, पुराने कामों का फल,
हमारी ज़िंदगी हमारे पिछले कामों, हमारे कर्मों का नतीजा है। चाबी।
कल जो बोया था, वही आज काट रहे हो,
कर्म सूत्र के नियम से पूरी दुनिया सजी हुई है। 🌱🍎⚖️🌍

मतलब:
हमारी आज की ज़िंदगी हमारे पिछले कर्मों का फल है।
हमारी ज़िंदगी हमारे अपने कर्मों का नतीजा है।
कल जो बोया था, वही हमें आज मिल रहा है।
कर्म सूत्र के इस नियम से दुनिया को खूबसूरती से बनाया गया है।

5.
सोच, बोल, काम, कर्म के ये तीन रास्ते,
यही रास्ता हमारी ज़िंदगी का स्वर्ग है।
हमने खुद ही कर्म का यह जाल बनाया है,
और यह स्वाभाविक है कि हम खुद ही अपने कर्म के बनाने वाले हैं, यह कर्म का त्योहार है। 💭🗣�🛠�⛓️

मतलब:
सोच, बोल और काम कर्म के तीन रास्ते हैं।
यही रास्ता हमारे सुख या दुख का रास्ता है।
हमने खुद ही कर्म का जाल बुना है।
और इसलिए हम ही अपने कर्म के सच्चे बनाने वाले हैं।

6.
बंधन तोड़ने की ताकत हमारे हाथ में है,
हमें ही इसे तोड़ना भी आना चाहिए। यही आत्मा की गति है।
नए कर्म करके पुराने बंधन तोड़ो,
ज्ञान के प्रकाश से, सारी ज़िंदगी को जोड़ो। 🔓💡⚔️🔗

मतलब:
कर्म के बंधन तोड़ने की ताकत हमारे पास है।
जैसे हमने उन्हें बनाया है, वैसे ही हम उन्हें तोड़ भी सकते हैं।
नए अच्छे कर्म करके पुराने बंधन तोड़ो।
ज्ञान से, ज़िंदगी को आत्मा से जोड़ो।

7.
उठो, उठो, स्वामी का यही संदेश है,
भाग्य पर नहीं, शक्ति पर भरोसा करो।
तुम ही कर्ता हो, तुम ही सच्चे कंट्रोलर हो,
कर्मवीरा, तुम ही इस दुनिया के सहारे हो। 📢👑💪🏼🚩

मतलब:
उठो और जागो—यही स्वामी का संदेश है।
किस्मत पर नहीं, बल्कि अपनी ताकत पर भरोसा करो।
आप ही अपनी किस्मत के कर्ता और कंट्रोलर हैं।
आप, कर्म करने वाले, इस दुनिया के सच्चे सहारे हैं।

✨ इमोजी समरी ✨
💫♾️📜✨🛠�👤🌍⚙️🚫🎲🗣�💰🌱🍎⚖️🌍💭🗣�🛠�⛓️🔓💡⚔️🔗📢👑💪🏼�

--अतुल परब
--दिनांक-01.12.2025-सोमवार. 
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