🧭 कर्म का फल और मुक्ति 💡🌱🌳🎯⚖️ ⛓️😔👤❓ ❌🙏🌍💖 💧🧠💡 🔓🚀

Started by Atul Kaviraje, December 05, 2025, 09:11:10 AM

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Atul Kaviraje

स्वामी विवेकानंद के विचार-
कोट 7
हममें से हर कोई वही काटता है जो हमने खुद बोया है। ये दुख, जिनमें हम पीड़ित हैं, ये बंधन, जिनमें हम संघर्ष करते हैं, ये हमने ही किए हैं, और दुनिया में कोई और दोषी नहीं है। इसके लिए भगवान सबसे कम दोषी हैं।

स्वामी विवेकानंद के ये विचार कर्म के सिद्धांत पर आधारित हैं और बहुत आत्मनिरीक्षण करने वाले हैं।

🧭 टाइटल: कर्म का फल और मुक्ति 💡

(भक्तिभाव पूर्ण, सरल, सरल, रसाल, यमक सहित, 07 कड़वे, 04 लाइनें हर एक)

सुविचार का सारांश:

हमारे सभी दुख, बंधन और परेशानियां उन कर्मों का फल हैं जो हमने खुद बोए हैं। इसके लिए किसी और या भगवान को दोष देना गलत है।

कविता

1. कर्म का सच्चा वचन

हम जो बोते हैं, वही फल मिलता है।
स्वामी के ये वचन, सच्चे और शक्तिशाली हैं।
जीवन में जो भी दुख आते हैं, जो भी लालसा आती है।
हमारे अपने कर्म की, वही पक्की ताकत है।
🌱🌳🎯⚖️

2. बंधन और परेशानियां

जिसमें अब संघर्ष जारी है।
जिन दुखों के नीचे, आत्मा धकेलती है।
इन सभी परेशानियों के लिए कौन जिम्मेदार है?
इंसान खुद ही नियम सिखाता है।
⛓️😔👤❓

3. किसी को दोष मत दो

भगवान को दोष मत दो, दुनिया को दोष मत दो।
अपने हाथों से, हमने रास्ता चुना।
गलत सोच से, हमने नींव रखी।
भगवान हमारे साथ थे, हम मासूम बने रहे।
❌🙏🌍💖

4. वो रचना हमारी अपनी थी

वो हमारा अपना बीज था, वो पानी हमारा अपना था।
ये दुख की बेल, हमने खुद उगाई।
ये सच की कहानी, भगवान की वाणी।
ये कर्म योग है, हमें इसे अपनाना चाहिए और पहचानना चाहिए।
💧🌳🧠💡

5. वो मुक्ति का रास्ता

कर्म का फल भले ही कड़वा हो, बदलना हमारे हाथ में है।
अभी के कर्म, भविष्य की नई रफ़्तार।
बिना निराश हुए, हमें वो नया नज़रिया अपनाना चाहिए।
बंधन से मुक्ति, कर्मों से ही मिलती है।

6. आत्म-परीक्षण का आह्वान

आत्म-परीक्षण करो, यह निर्भरता छोड़ो।
खुद को जानो, इस क्षमता को बढ़ाओ।
शरीर में शक्ति है, मन में क्षमता है।
जागो, उठो, इस आत्म-स्वतंत्रता को स्वीकार करो। 🧐💯📢🌟

7. स्वामी का संदेश

कर्म का यह नियम, जो स्वामी ने बताया।
सत्य को स्वीकार करके, हम जीवन का अर्थ समझते हैं।
इसलिए, उठो और लड़ो, थक कर बैठ मत जाओ।
हमें अपना उद्धार खुद करना है। ⚔️✅🛣�🕉�

EMOJI समरी (कविता का इमोजी समरी)

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--अतुल परब
--दिनांक-03.12.2025-बुधवार.
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