चारोळी

Started by sweetsunita66, January 09, 2014, 09:46:53 PM

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कवि - विजय सुर्यवंशी.

 :'( :'( :'(  sorry for late reply. due to server problem I couldn't connect with you.
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मैत्री म्हणजे,
आश्विनातला मेघ....
तर कधी ,
उन्हाळ्याची सुट्टी...
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मैत्री म्हणजे,
झाडावरची कैरी...
कभी खट्टी,
तो कभी मिठ्ठी....
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उशीर झाल्याबद्दल दिलगीरी व्यक्त करतो....

sweetsunita66

 

मैत्रीचा  फंडा  आहे सादा
  मैत्री म्हणजे अबोल  वादा
  हसू फुलविण्याचा पक्का इरादा
किसी के लिये कम किसीको ज्यादा
दुख सुखातली हळुवार फुंकर
न मागता  साथ देण्याची धडपड
मित्र जवळ असो वा दूर
दिल से दिल का मिलता सूर ...।
जो रिश्ता अपेक्षे विना
उसे क्या कहे मैत्री के बिना ?.... सुनिता
                                                २७जानेवारी २०१४

कवि - विजय सुर्यवंशी.




मैत्रीचा  फंडा  आहे सादा
  मैत्री म्हणजे अबोल  वादा
  हसू फुलविण्याचा पक्का इरादा
किसी के लिये कम किसीको ज्यादा
दुख सुखातली हळुवार फुंकर
न मागता  साथ देण्याची धडपड
मित्र जवळ असो वा दूर
दिल से दिल का मिलता सूर ...।
जो रिश्ता अपेक्षे विना
उसे क्या कहे मैत्री के बिना ?.... सुनिता
                                                २७जानेवारी २०१४
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छान जमलंय ....
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भावनेचा सुर,
न व्हावा दुर...
विरहात आठवणींचा,
साश्रुनयनी पुर...
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तुझ्या मैत्रीत गवसलेला,
वेध हा नवा....
मैत्रभावनेचा हा गारवा,
मज नेहमी हवा....
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विजय सुर्यवंशी.
यांत्रिकी अभियंता


sweetsunita66

#23
वाह वाह !!छान ! :) :)
जर हृदयात असती मैत्री भावना
सर्व चराचर मित्र भासे ना ? :) :)

कवि - विजय सुर्यवंशी.


वाह वाह !!छान ! :) :)
जर हृदयात असती मैत्री भावना
सर्व चराचर मित्र भासे ना ? :) :)
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सहमत आहे ... :)